
ब्राह्मण की अर्थी को जरूर दें कंधा, मिलता है लाभ
जो इंसान इस दुनिया में आया है, उसकी मौत भी निश्चित है. क्योंकि मृत्यु ही जीवन का अंतिम और कड़वा सच है. जहां मुसलमान और ईसाई किसी शख्स की मौत के बाद शव को दफनाते हैं. वहीं, हिंदुओं में शव को जलाकर उसका अंतिम संस्कार किया जाता है. शव को चार लोग कंधा देकर अर्थी