
जनजातीय संग्रहालय-देखने चले अतीत के जनजीवन को
संग्रहालय कहीं न कहीं हमारी संस्कृति का प्रतिबिम्ब होते हैं इसलिये उनका पर्यटन महत्व कम नहीं होता। कभी संग्रहालय इतिहास, पुरातत्व, मानव विज्ञान विषयों तक ही सीमित थे लेकिन बीसवीं सदी में जब नये-नये विषयों को लेकर व्यवस्थित रूप से संग्रहालय बनाये जाने लगे तो संग्रहालयों की परिभाषा कई बार गढी गई। विश्व की सारी