छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को प्री मॉनसून का आगमन हो चुका है। रायपुर समेत प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 72 घंटों के लिए रेड, यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून छत्तीसगढ़ पहुंचा और मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के मौसम विज्ञानी एच पी चंदा ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून लगभग 10 दिनों की देरी के बाद शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में प्रवेश कर गया।
तीन दिन पहले तक प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर अधिकतम तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस था, जो अब गिरकर 32-33 डिग्री सेल्सियस रह गया है। रात के न्यूनतम तापमान में भी 7 डिग्री तक की कमी आई है। बादल, बारिश और ठंडी हवाओं से नमी 40 फीसदी बढ़ गई है।
बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 98.8 मिलीमीटर बारिश गरियाबंद जिले में रिकॉर्ड की गई है। कोरिया में 86.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। पूरे प्रदेश में जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं धमतरी जिले के नगरीय इलाके में हुई भारी बारिश से सोंढूर नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में आमतौर पर 13 जून तक मानसून आ जाता है और अगले दो से तीन दिनों में पूरे राज्य में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में सुकमा, बस्तर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों (दक्षिणी छत्तीसगढ़ में) में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 72 घंटों में सरगुजा संभाग के सभी जिलों के साथ बिलासपुर संभाग के रायगढ़, कोरबा और जांजगीर जिले में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। इसे देखते हुए विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
विभाग ने सुकमा जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि अगले 48 घंटों में बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, गरियाबंद, धमतरी, कोंडागांव, कांकेर और नारायणपुर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है।